🚩 श्रीमद भागवत गीता 🚩 अध्याय - 1 (श्लोक - 5)
श्लोक 5
धृष्टकेतुश्चेकितानः काशिराजश्च वीर्यवान् ।
पुरुजित्कुन्तिभोजश्च शैब्यश्च नरपुङवः॥5॥
भावार्थ :
धृष्टकेतु और चेकितान तथा बलवान काशिराज,पुरुजित, कुन्तिभोज और मनुष्यों में श्रेष्ठ शैब्य
Meaning :
Dhrishketu, and Chekitana and the mighty Kashiraj, Purjita,Kuntibhoja and the great in humans Shaiabya.
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