Shrimad Bhagwat Geeta Adhyay 1( Slok - 12) | गीता अध्याय 1 (श्लोक 12)


🚩 श्रीमद भागवत गीता 🚩 अध्याय - 1 (श्लोक - 12)


श्लोक 11


तस्य सञ्जनयन्हर्षं कुरुवृद्ध: पितामह: |
सिंहनादं विनद्योच्चै: शङ्खं दध्मौ प्रतापवान् 
||12||

भावार्थ :

 उस दुर्योधन के ह्रदय में हर्ष उत्त्पन्न करते हुए , कौरवो में वृद्ध 
प्रभावशाली पितामह भीष्म ने सिंह के समान गरजकर जोर से शंख बजाया ।


Meaning :

Then Bhishma, the great valiant grandsire of the Kuru dynasty,
 the grandfather of the fighters, blew his conchshell very loudly 
like the sound of a lion, giving Duryodhana joy.