🚩 श्रीमद भागवत गीता 🚩 अध्याय - 1 (श्लोक - 11)


श्लोक 11


अयनेषु च सर्वेषु यथाभागमवस्थिताः।
भीष्ममेवाभिरक्षन्तु भवन्तः सर्व एव हि 
॥11॥


भावार्थ :

इसलिए सब मोर्चों पर अपनी-अपनी जगह स्थित रहते हुए आप लोग

सभी निःसंदेह भीष्म पितामह की ही सब ओर से रक्षा करें.


Meaning :


Therefore, while keeping their place on all fronts, you all undoubtedly protect Bhishma Pitamah from all sides.