🚩 श्रीमद भागवत गीता 🚩 अध्याय - 1 (श्लोक - 10)
श्लोक 10
अपर्याप्तं तदस्माकं बलं भीष्माभिरक्षितम्।
पर्याप्तं त्विदमेतेषां बलं भीमाभिरक्षितम्॥10॥
भावार्थ :
भीष्म पितामह द्वारा रक्षित हमारी वह सेना सब प्रकार से अजेय है
और भीम द्वारा रक्षित इन लोगों की यह सेना जीतने में सुगम है.
Meaning :
Our army guarded by Bhishma Pitamah is invincible in every way and
this army of these people protected by Bhima is easy to win.
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