गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं। आज से (सन 2022) लगभग 5560 वर्ष पहले गीता जी का ज्ञान बोला गया था। गीता की गणना प्रस्थानत्रयी में की जाती है, जिसमें उपनिषद् और ब्रह्मसूत्र भी सम्मिलित हैं। अतएव भारतीय परम्परा के अनुसार गीता का स्थान वही है जो उपनिषद् और धर्मसूत्रों का है।
🚩 श्रीमद भागवत गीता 🚩 अध्याय - 1 (श्लोक - 17)
श्लोक 17
काश्यश्च परमेष्वास: शिखण्डी च महारथ: |
धृष्टद्युम्नो विराटश्च सात्यकिश्चापराजित:|| 17||
भावार्थ :
श्रेष्ठ धनुषवाले काशिराज और महारथी शिखण्डी एवं
धृष्टधुम्न तथा राजा विराट और अजेय सात्यकि राजा
Meaning :
That great archer the King of Kasi, the great fighter Sikhandi,
Dhrashtadyumna, Virata and the unconquerable Satyaki,
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