गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं। आज से (सन 2022) लगभग 5560 वर्ष पहले गीता जी का ज्ञान बोला गया था। गीता की गणना प्रस्थानत्रयी में की जाती है, जिसमें उपनिषद् और ब्रह्मसूत्र भी सम्मिलित हैं। अतएव भारतीय परम्परा के अनुसार गीता का स्थान वही है जो उपनिषद् और धर्मसूत्रों का है।






🚩 श्रीमद भागवत गीता 🚩 अध्याय - 1 (श्लोक - 20)


श्लोक 20

अथ व्यवस्थितान्दृष्ट्वा धार्तराष्ट्रान्‌ कपिध्वजः।
प्रवृत्ते शस्त्रसम्पाते धनुरुद्यम्य पाण्डवः

 ৷৷20৷৷


हृषीकेशं तदा वाक्यमिदमाह महीपते ।


भावार्थ :


हे राजन्‌! इसके बाद कपिध्वज(हनुमान जी का चिन्ह जिनके रथ की ध्वजा पर है)

अर्जुन ने मोर्चा बाँधकर डटे हुए धृतराष्ट्र संबंधियों को देखकर, उस शस्त्र चलने की तैयारी के 

समय गाण्डीव उठाकर हृषीकेश श्रीकृष्ण से यह कहा:


Meaning :


O King, at that time Arjuna, the son of Pandu, who was seated. in his chariot, his flag marked with Hanuman, took up his bow and prepared to shoot his arrows, looking at the sons of Dhrtarashtra. O King, Arjuna then spoke to Hrishikesa [Krishna] these words: